Thursday, May 10, 2012

विस चुनाव तक नहीं दुरुस्त हो पाएगा निगमों का ढांचा


विस चुनाव तक नहीं दुरुस्त हो पाएगा निगमों का ढांचा 
मजबूरी में अस्थायी तौर पर नियुक्त कर्मचारियों से ही लिया जाएगा कार्य 
बलिराम सिंह त्न नई दिल्ली
दिल्लीवालों की समस्याओं को दूर करने की दलील देते हुए दिल्ली सरकार ने एमसीडी को तीन टुकड़ों में बांट तो दिया, लेकिन इनके संचालन की अभी तक सही व्यवस्था नहीं की गई है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले तीनों निगमों में अधिकारियों की सही ढंग से नियुक्ति और कार्यालयों का सेटअप नहीं हो पाएगा। निगम के सत्तासीन नेता, विपक्षी नेता और अधिकारी भी स्वीकार कर रहे हैं कि निगमों का ढांचा तैयार होने में काफी वक्त लगेगा।

एकीकृत एमसीडी की स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष योगेन्द्र चांदोलिया का कहना है कि अगले एक वर्ष तक तो तीनों निगम ठीक ढंग से कार्य ही नहीं कर पाएंगी, क्योंकि निगम के पास न तो पर्याप्त अधिकारी हैं और न ही कर्मचारी। पूर्वी दिल्ली मामले में उनका कहना है कि वहां ढांचागत सुविधाएं नहीं हैं। ऐसे में सुविधाओं की व्यवस्था में ही दो-तीन वर्ष लग जाएंगे। इसी तरह, दक्षिणी दिल्ली में विपक्ष के नेता और पूर्व महापौर फरहाद सूरी का कहना है कि दक्षिणी दिल्ली में सिविक सेंटर जैसी सुविधाओं के विकास के लिए वर्षों लग जाएंगे। दरअसल, निगम को इसके लिए काई सुविधाएं जुटानी होंगी, जिनमें वक्त लगेगा। यह सब विधानसभा चुनाव तक संभव नहीं लगता है। ज्ञात हो कि डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर के निर्माण में लगभग पांच साल लग गए थे। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त मनीष गुप्ता का भी मानना है कि अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ति और स्थानांतरण प्रक्रिया में ही लगभग छह माह लग जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक ग्रुप 'ए' के अधिकारियों की तैनाती उनकी वरिष्ठता एकीकृत निगम के आधार पर ही की जाएगी, लेकिन ग्रुप बी, सी और डी के कर्मचारियों की तैनाती फिलहाल अस्थायी तौर पर की जाएगी। बाद में उनसे संबंधित निगम में जाने की राय मांगी जाएगी। तत्पश्चात प्रोटोकाल के तहत इनकी नियुक्ति की जाएगी। इसके तहत कर्मचारी का आवास और उनकी व्यक्तिगत समस्या को भी ध्यान में रखा जाएगा, जिसमें काफी वक्त लगेगा।

गलियारे में बैठकर किया कामकाज: पूर्वी दिल्ली नगर निगम का कार्यालय तो चालू कर दिया गया, लेकिन कार्यालय में स्थायी समिति अथवा सदन की बैठक के लिए सभा का निर्माण नहीं हुआ है और न ही अधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं के लिए कार्यालय बनाए गए हैं। स्थिति ऐसी है कि मंगलवार को निगम मुख्यालय गए शिक्षा अधिकारी को गलियारे में बैठकर अपना कामकाज करना पड़ा। आयुक्त एसएस यादव का कहना है कि जल्द ही आर्किटेक्ट से डिजाइन तैयार कराया जाएगा और हाल का निर्माण शुरू हो जाएगा। 


Source: Dainik Bhaskar

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