मार्च के शुरू में जारी कर दी जाएगी चुनाव की अधिसूचना
दिल्ली नगर निगम चुनावों के लिए किए गए सीटों के आरक्षण को लेकर शहर में हंगामा है। विशेषकर, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई सीटों को लेकर उन पार्षदों में बेहद असंतोष है, जिनकी सीटें इसके कारण हाथ से निकल गई हैं। मामला अब दिल्ली हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। इस पूरे मामले में दिल्ली के चुनाव आयुक्त राकेश मेहता लगातार चर्चा में बने हुए हैं। पेश हैं अजय पांडेय की उनके साथ हुई बातचीत के प्रमुख अंश। सीटों के आरक्षण को लेकर पैदा हुए विवाद पर आपकी क्या राय है? उत्तर: दिल्ली नगर निगम को अब तीन हिस्सों में बांटा जा चुका है। नियमानुसार महिलाओं तथा अनुसूचित जाति के लोगों के लिए सीटें आरक्षित की गई हैं। काफी सोच विचार के बाद विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या को देखते हुए आरक्षण की व्यवस्था की गई है। वैसे, तो यह मामला अब अदालत में लंबित है और जाहिर तौर पर अदालत के फैसले का सबको इंतजार है। चुनाव की अधिसूचना कब तक जारी होगी? सबसे पहले तो यह देखना होगा कि अदालत का फैसला क्या आता है। लेकिन जहां तक तैयारियों का सवाल है, तो मार्च के शुरू में चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। क्या चुनाव आयोग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं? बिल्कुल। चुनावी तैयारियां चल रही हैं। मैंने सभी जिलों के उपायुक्तों की बैठक बुलाकर उन्हें आवश्यक निर्देश दिए हैं। फरवरी के अंत में इस मामले में फिर एक बैठक बुलाई जा रही है। इसमें अंतिम रूप से सारे निर्णय ले लिए जाएंगे। दिल्ली में कितने मतदान केंद्र होंगे? करीब 11,400 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। जबकि 26 स्थानों पर मतगणना होगी। मैंने सभी मतगणना केंद्रों का निरीक्षण शुरू कर दिया है। इस महीने में यह काम पूरा किया जाना है। विभिन्न राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों में इस बार भारी संख्या में मतदाताओं ने वोट डाले हैं। दिल्ली में क्या इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा मतदाता वोट डालने आएं? यहां युवा मतदाताओं की संख्या अधिक है। कोशिश होगी कि मतदाताओं में जागरूकता फैलाने के लिए प्रचार अभियान चलाया जाए। अखबार, टीवी, एफएम आदि के माध्यम से यह काम किया जाएगा।
Source: Dainik Jagran
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