कही जर्जर न हो जाए टाउनहॉल
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता : चांदनी चौक स्थित ऐतिहासिक टाउनहॉल का फिलहाल किसी भी काम के लिए इस्तेमाल न होना एमसीडी प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है। टाउनहॉल उत्तरी एमसीडी का मुख्यालय होगा यह तय हो गया है। लेकिन इसे नवगठित मुख्यालय के रूप में कैसे तब्दील किया जाए, इस दिशा में कोई योजना नहीं बनी है। महीनों से खाली पड़े टाउनहॉल की हालत जर्जर न हो जाए इसे देखते हुए कमिश्नर केएस मेहरा ने अब अधिकारियों के साथ बैठकें आदि यहीं करने का फैसला लिया है। ताकि इस बहाने ही सही कुछ रखरखाव का काम वहां जारी रहे। हालांकि उन्होंने बताया कि एमसीडी चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद से उत्तरी एमसीडी में विभाग व कर्मचारियों आदि की संख्या को ध्यान में रखते हुए टाउनहॉल में उसी अनुरूप मुख्यालय में तब्दील करने का काम शुरू हो जाएगा। अभी विभिन्न मंजिल व ब्लाक में एकीकृत एमसीडी के हिसाब से जो काम कराए गए थे, उसे हटाकर नए तरीके से कार्यालय आदि बनाए जाएंगे। इंटीरियर का काम जिस ठेकेदार को दिया जाएगा उसे पुराने फर्नीचर आदि के बदले नया फर्नीचर लगाना होगा। मालूम हो कि एकीकृत एमसीडी की आखिरी बैठक गत वर्ष 19 सितंबर को टाउनहॉल के मीटिंग हॉल में हुई थी। इसके बाद मुख्यालय सिविक सेंटर स्थानांतरित हो गया था। ब्रिटिश काल में (1860-66) में बैठक आदि आयोजित करने के उद्देश्य से चांदनी चौक इलाके में टाउनहॉल का निर्माण हुआ था। इसके निर्माण में करीब 1.86 लाख रुपये लगे थे। इसे पहले इंस्टीट्यूट बिल्डिंग कहा जाता था।
Source: Dainik Jagran
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