Monday, March 12, 2012

आचार संहिता से एमसीडी अफसरों को मिली राहत


आचार संहिता से एमसीडी अफसरों को मिली राहत
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता : दिल्ली नगर निगम चुनाव की आचार संहिता लागू होने से इन दिनों एमसीडी के आला अधिकारी काफी सुकून महसूस कर रहे हैं। पार्षदों की शिकायतें व सिफारिशें बंद हो गई, अब सिर्फ अधिकारियों को अपने जिम्मे का काम शांतिपूर्ण तरीके से निबटाना है। एमसीडी बंटवारे के बाद अलग-अलग गठित होने वाले तीनों निकायों के लिए दस्तावेज तैयार करना अधिकारियों के लिए चुनौती बना हुआ है, जिसे वह पिछले दिनों चाह कर भी पूरा नहीं कर पा रहे थे। अस्तित्व में आने के बाद अभी तक एमसीडी के अहम दस्तावेज सभी 32 विभागों के अनुसार अलग-अलग हैं। अब चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही अप्रैल के अंतिम सप्ताह में एमसीडी निदेशालय नवगठित तीनों एमसीडी उत्तरी, दक्षिणी व पूर्वी का मुख्यालय पूरी तरह काम करना शुरू कर देगा। इसके लिए सभी विभागों के दस्तावेज उस क्षेत्र के हिसाब से होने जरूरी हैं। एमसीडी के निदेशक पद की जिम्मेदारी संभालने वाले आरके श्रीवास्तव ने फरवरी में ही कमिश्नर केएस मेहरा को नवगठित एमसीडी के हिसाब से सभी विभागों के दस्तावेज अलग-अलग करने का आदेश दिया था, लेकिन उस दौरान सभी अधिकारी पार्षदों की सिफारिशों को पूरा करने में इस कदर व्यस्त थे कि वे दस्तावेज को चाहकर भी तैयार नहीं कर पा रहे थे। सोमवार से चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से न तो अधिकारियों की फोन की घंटी बज रही है और न ही काम जल्दी से कराने की सिफारिशें। इससे मुख्यालय सिविक सेंटर में बैठे मुख्यालय के अधिकारी काफी खुश हैं। अब चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक प्रशासन का पूरा प्रयास है कि तीनों एमसीडी के हिसाब से दस्तावेज अलग-अलग तैयार हो जाए। मालूम हो कि उत्तरी एमसीडी का मुख्यालय चांदनी चौक के टाउन हाल, दक्षिणी एमसीडी का मुख्यालय सिविक सेंटर को बनना तय हुआ है। वहीं, पूर्वी एमसीडी के लिए मौजूदा जोनल कार्यालय की जगह पटपड़गंज स्थित उद्योग भवन को चुना गया है। इन मुख्यालयों में सभी विभाग के प्रमुख बैठेंगे। उनके पास अपने क्षेत्र से संबंधित दस्तावेज की एक प्रति होगी। साथ ही एक प्रति निदेशालय के पास रिकॉर्ड के रूप में होगी।

Source: Dainik Jagran

No comments:

Post a Comment