Monday, March 05, 2012

फर्जी तरीके से शिक्षकों की भर्ती कराने वाले रैकेट का भंडाफोड़


फर्जी तरीके से शिक्षकों की भर्ती कराने वाले रैकेट का भंडाफोड़
 
फर्जी तरीके से शिक्षकों की भर्ती कराने वाले रैकेट का भंडाफोड़ 
भास्कर न्यूज त्न नई दिल्ली
जहांगीरपुरी थाना पुलिस ने एमसीडी स्कूलों में फर्जी तरीके से शिक्षकों की भर्ती कराने के मामले का पर्दाफाश करते हुए छह शिक्षकों सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो अनुबंध पर रखे गए थे। पुलिस का कहना है कि सिविल लाइन जोन के उप-शिक्षा निदेशक ने कुछ शिक्षकों के कागजात पर संदेह जताया था। आरोपियों के पास से पांच खाली नियुक्ति पत्र, सिविल लाइन जोन के उप-शिक्षा निदेशक की जाली मुहर, 75 हजार रुपए नगद बरामद किए गए हैं।

उत्तर पश्चिम जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रोमिल बानिया ने बताया कि 25 फरवरी को एमसीडी स्कूलों के सिविल लाइन जोन के उप शिक्षा निदेशक कंवर सिंह ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि जहांगीरपुरी डी-ब्लॉक स्थित नगर निगम के स्कूल में हाल ही में अनुबंध पर रखे गए सचिन, संजीव और सुरेश नामक युवक के कागजात फर्जी हैं। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

तीनों ने बताया कि गिरोह का सरगना अशोक कुमार है, जो बीते सात साल से वजीराबाद स्थित निगम स्कूल में अनुबंध में पर कार्यरत है, जिसके बाद पुलिस ने अशोक कुमार को भी धर दबोचा। अशोक ने बताया कि वह रैकेट आफताब, सुनील और संतोष की मदद से चलाता था। सुनील और संतोष भी एमसीडी स्कूलों में अनुबंध पर शिक्षक के तौर पर कार्यरत हैं। इधर, सचिन, संजीव और सुरेश ने बताया कि वह मूलरूप से हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं। तीनों की योग्यता निगम स्कूलों में शिक्षकों के लिए अनिवार्य योग्यता से कम थी। इसी बीच, आरोपियों की मुलाकात पवन नामक युवक से हुई, जिसने एमसीडी स्कूलों में अनुबंध शिक्षक के पद पर भर्ती के लिए आरोपियों से एक से दो लाख रुपए लिए। इसके बाद पवन ने तीनों की मुलाकात अशोक से कराई जो लंबे समय से फर्जी कागजात पर एमसीडी स्कूलों में अनुबंध पर शिक्षकों को भर्ती कराने का रैकेट चला रहा था। अशोक के पास नियुक्ति पत्र का फॉरमेट और उप-शिक्षा निदेशक का फर्जी स्टैंप था।

तीनों से मोटी रकम वसूलने के बाद उसने गिरोह के अन्य सदस्यों की मदद से सिविल लाइन जोन के उप-शिक्षा निदेशक कंवर सिंह की फर्जी मोहर और हस्ताक्षर किए और फिर तीनों की एमसीडी स्कूलों में नियुक्ति करा दी। पुलिस फिलहाल यह जानने में जुटी है कि अशोक द्वारा चलाए जा रहे इस रैकेट में और कितने लोग शामिल है।

आरोपियों की शैक्षिक योग्यता

सचिन(21)-सोनीपत से स्नातक की डिग्री प्राप्त है। वह बीते 15 दिनों से जहांगीरपुरी डी-ब्लॉक स्थित एमसीडी स्कूल में कार्यरत।

संजीव (22)-12वीं पास। 15 दिन से जहांगीरपुरी डी-ब्लॉक स्थित एमसीडी स्कूल में कार्यरत।

सुरेश (25)-12वीं पास। तीन दिन से जहांगीरपुरी के-ब्लॉक स्थित एमसीडी स्कूल में कार्यरत।

अशोक (28)-एमएससी व जेबीटी। वर्ष 2005 से वजीराबाद स्थित एमसीडी स्कूल में कार्यरत।

सुनील (32)-12वीं व जेबीटी पास। वर्ष 2010 से नथुपुरा स्थित एमसीडी स्कूल में कार्यरत।

संतोष (35)-12वीं व जेबीटी पास। वर्ष 2003 से नथुपुरा स्थित एमसीडी स्कूल में कार्यरत।

आफताब (48)-10वीं पास। फर्जी कागजात बनाने में गिरोह से जुड़ा सदस्य। 

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